भगवान कुछ नहीं करता।
ना अच्छा न बुरा।
भगवान मात्र दर्शक है।
वह हमें देखता है।
हमारे कर्मों को देखता है।
हमारे साथ चलता है।
वह दोषी नहीं क्योंकि कर्ता हम हैं।
और हम सबमें भगवान बचा है थोड़ा-थोड़ा।
बस उतना हीं जिस मात्रा से इंसान और जानवर में फ़र्क बना रहे।
-पीयूष चतुर्वेदी
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